आगरा। लोन के नाम पर ठगी करने वाले एक गिरोह के चार सदस्यों को एसटीएफ ने पकड़ा है। पकड़े गए शातिर अब तक करीब 2500 लोगों को ठगी का शिकार बना चुके हैं। गिरोह में एक दो-युवतियां भी शामिल हैं। टीम उन्हें पकड़ने में लगी हुई है।
जगदीशपुरा के सेक्टर 12 में पदम प्लाजा के पास एक ऑफिस में बैठकर लोन के नाम पर लोगों से ठगी की जा रही थी। इस बात की सूचना आगरा एसटीएफ यूनिट के प्रभारी हुकुम सिंह को मिली। इंस्पेक्टर ने टीम के साथ जांच पड़ताल कर शनिवार देर रात चार लोगों को पकड़ लिया है। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वह आगरा में कई महीने से लोन के नाम पर ठगी कर रहे थे। आगरा से पहले अलीगढ़ में ठगी करते थे। वह लोगों को फोन कर लोन कराने की गारंटी देते हैं। लोग उनके जाल में फंस जाते हैं तो वे उनसे अपने अकाउंट में फीस के नाम पर पैसे डलवा लेते हैं। अकाउंट में पैसे डलवाने के बाद वे अपनी सिम बंद कर लेते हैं। चारों ने बताया कि वह अब तक करीब 2500 लोगों को ठगी का शिकार बना चुके हैं। एसटीएफ ने इनके पास से स्कॉर्पियो, पिस्टल, 22 मोबाइल, 30 से 35 सिम, एक लैपटॉप, 65500 रुपये, 2500 दस्तावेज, एक मोटरसाइकिल बरामद की हैं। पकड़े गए शातिरों के नाम प्रेम सिंह निवासी अलीगढ़, मयंक निवासी अलीगढ़, दीपक निवासी फर्रुखाबाद, जीतू निवासी बरेली हैं। दीपक पूर्व में ठगी के मामले में, प्रेम सिंह हत्या और गैंगस्टर के मामले में जेल जा चुका है। इनके गिरोह का एक और सदस्य चंद्रवीर अभी जेल में है। वह अलीगढ़ से दहेज हत्या में जेल गया है। चोरों को पकड़ने वाली टीम में इंस्पेक्टर हुकुम सिंह, एसआई प्रमोद कुमार, अमित कुमार, हेड कांस्टेबल रामनरेश, प्रदीप सिंह, विमल सिंह, प्रशांत चौहान, बलदेव, अंकित गुप्ता, कमांडो चंद्रपाल, लाल सिंह शामिल रहे।