आगरा। शाहगंज में एक मकान के विवाद में पार्षद सहित तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। पार्षद रवि दिवाकर शाहगंज थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है। हालांकि मुकदमे की जानकारी के बाद पार्षद के समर्थन में कुछ लोग शाहगंज थाने पहुंचे। पुलिस ने आश्वासन दिया कि बिना साक्ष्य संकलन के कोई कार्रवाई नहीं होगी। जो सही होगा वही होगा।
लक्ष्मीपुरम, शाहगंज निवासी धीरज वर्मा ने मुकदमा लिखाया है। पुलिस ने बलवा, मारपीट, छेड़छाड़, गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी देने की धारा के तहत मुकदमा लिखा है। मुकदमे में रवि दिवाकर, पुष्पलता की बहन लता रानी, बलराज सिहं नामजद हैं। आठ-दस अज्ञात लोगों का जिक्र है। मुकदमे में आरोप है कि 24 जून को आरोपित उसके आवास पर पहुंचे। किराएदार लल्लू पंडित ताला बंद करके गए थे। आरोपियों ने ताला तोड़ना शुरू कर दिया। जानकारी पर वह अपनी पत्नी के साथ मौके पर पहुंचा। मौके पर उनके साथ मारपीट की गई। आरोपित किराएदार का सामान उठाकर ले गए। उसकी पत्नी घायल हो गई। उन्हें एससी/एसटी के मुकदमे में फंसाने की धमकी दी गई। उनकी सूचना पर मौके पर उसी समय पुलिस आई थी।
धीरज वर्मा और उसकी पत्नी डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय के सामने पेश हुए थे। दोनों फूट-फूटकर रो रहे थे। बताया कि उनके मकान पर कब्जे का प्रयास हो रहा है। डीसीपी सिटी ने शाहगंज थाने से जानकारी की। पता चला कि धीरज वर्मा ने मकान एक व्यक्ति से खरीदा है। मकान पुष्पलता का था। पुष्पलता का निधन हो चुका है। उनकी बहन बैनामे को गलत बता रही है। मकान पर अपना हक जता रही है। पार्षद रवि दिवाकर उस पक्ष को लेकर मकान पर पहुंचे थे। डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने मकान के विवाद की जांच एसीपी लोहामंडी मयंक तिवारी को दी। पीड़ित पक्ष से कहा कि अभी सिर्फ उस घटनाक्रम का मुकदमा लिखा जाएगा जो हुआ है। मकान किसका है। इसका फैसला जांच के बाद होगा। यथा स्थिति रहेगी। भाजपा पार्षद रवि दिवाकर ने भी डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय के समक्ष अपना पक्ष रखा। उन्हें बताया कि उसकी हिस्ट्रीशीट हत्या के एक मुकदमे के बाद खुली थी। वह उस मुकदमे में बरी हो चुका है। उस पर लगाए मारपीट और महिला से अभद्रता का आरोप निराधार है। डीसीपी सिटी ने उससे कहा कि मुकदमे का मतलब यह नहीं कि कार्रवाई हो गई। पुलिस वही करेगी जो सही है।