आगरा। सिटी स्टेशन रोड पर नौ महीने से बेसमेंट की खुदाई का कार्य चल रहा था। आगरा विकास प्राधिकरण के अधिकारी अपनी आंखें बंद किए हुए थे। हैरानी की बात तो यह है कि तीन दिन पहले बिल्डर को काम रोकने के लिए एक नोटिस भी जारी हुआ था लेकिन यह उन्हें रिसीव नहीं कराया गया। आज हादसा होने के बाद आगरा विकास प्राधिकरण के कुछ अधिकारी मौके पर पहुंचे और बिल्डर राजू मेहरा के नाम-राशि दूसरे व्यक्ति के हाथ में कागज देकर बोले यह आपका ही कागज है, रख लीजिए। वह कुछ पढ़ता उससे पहले वह वहां से फुर्र हो गए। राजू मेहरा प्रशासनिक अधिकारियों के पास नोटिस को लेकर पहुंचा और बोला कि साहब मैं तो गरीब राजू मेहरा हूं। अमीर राजू मेहरा का नोटिस मुझे दे गए हैं।
आगरा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष चर्चित गौड़ का कहना है कि आखिर नोटिस समय से क्यों रिसीव नहीं कराया गया, वह इस बात की जांच कराएंगे।
टीला माईथान में के श्री राय बहादुर विशंभर नाथ धर्मशाला तकरीबन 100 साल पुरानी है। इसके बाहर मुख्य मार्ग पर दुकानें बनी हुई हैं। नौ महीने पहले धर्मशाला को तोड़कर निर्माण कार्य किया जा रहा था। क्षेत्रीय लोगों में आगरा विकास प्राधिकरण में कई बार शिकायतें भी की लेकिन वहां कोई सुनवाई नहीं हुई। आज सुबह 6 मकान ढह गए, जिसमें एक चार साल की बच्ची की मृत्यु भी हो गई है। हादसा होने के बाद बिल्डर और जमीन मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। इधर आगरा विकास प्राधिकरण ने 23 जनवरी 2023 को बिल्डर राजू मेहरा को एक नोटिस जारी किया है, जिसमें लिखा है कि आप जो बेसमेंट का कार्य करा रहे हैं इसकी स्वीकृति नहीं है। इसे बंद कर दीजिए, लेकिन यह नोटिस अधिकारी प्राधिकरण में ही दाबे रहे। बिल्डर राजू मेहरा को रिसीव नहीं कराया गया। आज हादसा होने के बाद आगरा विकास प्राधिकरण के कुछ अधिकारी मौके पर पहुंचे और असली राजू मेहरा की जगह नकली राजू मेहरा के हाथ में नोटिस देकर भाग गए। राजू मेहरा इस कागज को देखने के बाद घबरा गया और पास में ही खड़े एडीएम सिटी अंजनी कुमार सिंह और सिटी मजिस्ट्रेट आनंद कुमार के पास में पहुंचा और बोला कि साहब मुझ गरीब को अमीर राजू मेहरा का नोटिस दे गए हैं। मैंने आवाज देकर रोकने की कोशिश भी की लेकिन प्राधिकरण के अधिकारी नहीं रुके। राजू मेहरा का कहना था कि विकास प्राधिकरण कार्रवाई से बचने के लिए लीपापोती में जुट गया है।