ऋषि चौहान
एटा। कोविड-19 ने चुनाव प्रचार और मतदान सब कुछ बदल दिया। किसी ने सोचा भी नहीं था कि कोविड-19 के चलते चुनाव प्रचार पर पाबंदियां लगेंगी और मतदान रात में होगा। कदाचित बीते 72 सालों में मतदान और प्रचार प्रक्रिया में बहुत बड़ा बदलाव आया है। आइए इसी बदलाव पर नजर डालते हैं।
शुरुआती 15 सालों में कोरे कागज के जरिए मतदान होता था। फिर कागज का रंग बदला और बैलट पेपर के जरिए मतदान होने लगा। 42 साल के दौर के बाद फिर आया हाईटेक का जमाना और अब इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से मतदान होने लगा है। वर्ष 2004 में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का दौर शुरू हुआ जो अभी तक जारी है।
शुरुआती दौर में यह सब कहां था। उस दौर में लकड़ी के डिब्बों मैं कागज की पर्चियों का इस्तेमाल होता था। उम्मीदवारों के अलग अलग डिब्बे रख दिए जाते थे इन डिब्बों में पर्चियां डाली जाती थीं आजादी के बाद चुनाव के शुरुआती दौर में प्रत्याशियों की पहचान के लिए अलग-अलग रंग की मतपेटिकाओं का इस्तेमाल होता था।
उस दौर में चुनाव आयोग इतना प्रभावी नहीं था 2004 से पहले मतदाताओं को पर्चियां पार्टी और प्रत्याशियों के बस्ते से लेनी पड़ती थी ऐसे में बस्तों पर लगी भीड़ से ही अंदाज हो जाता था कि कौन जीत रहा है और कौन पीछे हैं। लेकिन अब बीएलओ के जरिए घर-घर पर्ची आती हैं, भीड़ लगने नहीं दी जाती और मतदान के दौरान भी अनुशासन दिखाई देने लगा है।
एटा जिले में मतदान के दौरान डाकू और बाहुबली अपनी भूमिका निभाते रहे थे लेकिन अब अर्धसैनिक बलों के साए में परिंदा भी पर नहीं मार सकता। अब फर्जी मतदान भी नहीं हो पा रहा है। ऐसे में बाहुबली कसमसा रहे हैं ।
कोविड-19 के चलते इस बार शुरुआती दौर में 9 फरवरी तक प्रचार नहीं हुआ। प्रचार पर तमाम पाबंदियां थी।
बदलते दौर में प्रचार के दौरान दिए जाने वाली बिल्ले जो बच्चों के लिए आकर्षण का केंद्र होते थे, प्रचार से गायब हो गए ।चुनाव आयोग की पाबंदियों के बीच लाउडस्पीकर का कानफोड़ू शोर भी गायब हो गया। प्रचार के वाहनों को भी सीमित कर दिया गया। इस बार चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों पर दूरदर्शन से हुई एफआईआर इस बात की गवाही देती है कि चुनाव आयोग इस बार कितना सख्त था। इसका अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि मतदान के दौरान न गोलियां चलीं न मतरेटियां लूटी गईं। पिछले 3 चुनाव इस बात की गवाही दे रहे हैं कि अब सुरक्षा बल एटा जैसे संवेदनशील जिले में चुनाव मतदान को लेकर बहुत सक्रिय हैं और सतर्क भी…..