गौरव प्रताप सिंह
आगरा। आगरा में भाजपा के सभी 9 प्रत्याशियों को जीतता देख जश्न का दौर शुरू हो गया है। जीते हुए प्रत्याशियों का स्वागत करने के लिए सभी व्याकुल हैं। समर्थकों द्वारा उनके ऊपर फूलों की वर्षा करने को इंतजार किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर शहर भर में गली-गली में भाजपाई ढोल नगाड़े बजाते हुए झूम रहे हैं। समर्थक गीत गा रहे हैं ‘जो राम को लाए हैं, हम उनको लाए हैं’। एक-दूसरे पर गुलाल भी उड़ा रहे हैं। माहौल को देखकर ऐसा लग रहा है जैसे आज ही होली है।
2017 के विधानसभा चुनाव में आगरा में भाजपा के सभी प्रत्याशियों ने जीत हासिल की थी। इस बार तीन प्रत्याशियों की टिकट काट कर दूसरे चेहरों को मैदान में उतारा गया था। इन तीनों की पिछले 5 साल की रिपोर्ट अच्छी नहीं थी। इसलिए उनका टिकट काटा गया। एत्मादपुर विधानसभा क्षेत्र पर भाजपा ने समाजवादी पार्टी से आए प्रत्याशी धर्मपाल पर दांव खेला था। धर्मपाल सिंह को भारतीय जनता पार्टी में जाता देख समाजवादी पार्टी ने उन्हें टक्कर देने के लिए डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान पर दांव लगाया था। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने चुनावी सभा में कहा था कि उन्हें एक प्रोफ़ेसर छोड़ कर चले गए उनकी जगह दूसरे प्रोफेसर को लेकर आए हैं। यह पुराने वालों से भी बड़े प्रोफेसर हैं। पूरे चुनाव में वीरेंद्र सिंह चौहान अपनी हवा नहीं बना सके थे। शुरू से ही उन्हें तीसरे नंबर के प्रत्याशी के रूप में देखा जा रहा था। आज भी मतगणना के बाद वह तीसरे नंबर पर ही आये। इसके अलावा भाजपा ने फतेहाबाद में छोटे लाल वर्मा और खैरागढ़ में भगवान सिंह कुशवाहा पर दांव खेला था। वहां भी दोनों ने कमल खिलाने का काम किया। लगभग लगभग सभी प्रत्याशी जीत गए हैं। कुछ की जीत फाइनल भी हो गई है। वह सर्टिफिकेट का इंतजार कर रहे हैं।