-गौरव प्रताप सिंह-
आगरा। मलपुरा में एक युवक का अपहरण करने के बाद उसकी हत्या कर दी गई। दो दिन तक पुलिस जांच के नाम पर परिजनों को टहलाती रही। अगर पुलिस आरोपियों को पकड़ने में तत्परता दिखाती तो शायद युवक की जान बच सकती थी। पुलिस युवक का शव भी बरामद नहीं कर पा रही है। लापरवाह पुलिसकर्मियों के खिलाफ शुक्रवार रात तक भी कार्रवाई नहीं की गई है।
बताया जा रहा है कि नगला हट्टी निवासी भूरी देवी के बेटे सुशील के पास दो जून को राहुल जोशी के नाम से फोन आया था। उसे नगला रेवती बुलाया गया। इसके बाद सुशील का नंबर बंद हो गया। परिजनों को चिंता हो गई। उसी दिन एक मोबाइल नंबर से भूरी देवी के पास फोन आया, जिसमें कहा कि सुशील हमारे पास है उसका अपहरण कर लिया है। अपने लड़के को बचा लीजिए। छोड़ने के लिए पैसों की डिमांड की गई। भूरी देवी मलपुरा थाने में गई और थानाध्यक्ष से मिलीं। उन्होंने अपहरण की भी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया। जांच करने की बात कह कर वह टहलाते रहे। हाथ पैर जोड़ने के बाद बुधवार को अपहरण का केस दर्ज किया। गुरुवार को ग्रामीणों ने थाना घेर लिया और पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाए। इसके बाद देर रात पुलिस ने मलपुरा निवासी राहुल जोशी सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। तीनों आरोपियों ने पुलिस से पूछताछ में युवक की हत्या का खुलासा किया है। युवक का शव कहां है, आरोपियों ने यह नहीं बताया। युवक के शव की तलाश में कई टीमें जुटी हैं। शुक्रवार रात तक भी उसका शव नहीं मिल सका है। डीसीपी पश्चिम सोनम कुमार ने बताया कि युवक के शव को बरामद करने के प्रयास किये जा रहे हैं।
थानों में नहीं हो रही सुनवाई, एफआईआर की कॉपी भी नहीं दी जा रही
पिछले दो महीने से पीड़ितों की थाने में कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पुलिस कमिश्नर ने आदेश किए थे कि एफआईआर दर्ज होने के बाद पीड़ित को उसकी कॉपी उसके घर पहुंचाई जाए। वह घर पर पहुंचना तो दूर थाने से भी नहीं मिल रही है। एक युवक की मोटरसाइकिल चोरी हो गई है। वह ताजगंज थाने में कई दिन से एफआईआर कॉपी लेने के लिए चक्कर लगा रहा है लेकिन उसे नहीं दी जा रही है। कोई बड़ी कार्रवाई नहीं होने की वजह से पुलिसकर्मियों के हौसले बुलंद हैं। खंदौली में सैनिक की पत्नी को ट्रैक्टर ने कुचलकर मार दिया था। इसे थाने से बदल दिया गया था। मामले में एक सिपाही पर कार्रवाई हुई थी। सिपाही ने वीडियो वायरल कर कहा था कि पूरा खेल थानाध्यक्ष का था। इंटेलिजेंस विभाग ने भी पाया था कि मुकदमा बाद में दर्ज हुआ था। चालक से जमानत का प्रपत्र पहले ही भरवा लिया गया। लंबे समय के बाद भी अधिकारी मामले में कोई बड़ी कार्रवाई नहीं कर सके हैं। इरादत नगर में एक महिला को खनन कर रहे ट्रैक्टर ने कुचलकर मार दिया गया था। लोगों ने हंगामा किया था। लोगों ने आरोप लगाए थे कि पुलिस की मिली भगत से खनन हो रहा है। फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
वर्तमान में थानों का हाल बहुत बुरा है। शहर के एक सर्किल के एक थाना क्षेत्र में रिटायर्ड पीसीएस अधिकारी के साथ टप्पेबाजी करते हुए लुटेरे अंगूठी लूट ले गए। विवेचक के द्वारा पीड़ित से कहा जा रहा है कि लुटेरों का सुराग लग गया है। वह बाहर हैं, उन्हें पकड़ने के लिए आने-जाने के लिए खर्चा चाहिए। खर्चा नहीं मिलने के कारण तीन महीने से लुटेरे नहीं पकड़े जा रहे। शहर के थानों में पहली बार इस तरीके की पुलिसिंग देखने को मिल रही है। चुनाव के दौरान मतदान वाले दिन भी खाना बनवाने के नाम पर कई कारोबारी का शोषण किया गया। इसमें भी पुलिस ने खेल कर लिया।