कीव/मास्को। यूक्रेन युद्ध के बीच रूस ने भारतीय छात्रों को निकालने का मास्टर प्लान बना लिया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भारतीय छात्रों की सुरक्षित वापसी के लिए बात की थी। इस बात के बाद रूस अब छात्रों को निकालने की रणनीति बना चुका है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया है कि अबतक यूक्रेन से 17 हजार भारतीय निकल चुके हैं। ऑपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन से अबतक 5 हजार से ज्यादा छात्र भारत लौट चुके हैं।
रूसी न्यूज एजेंसी तास ने आज बताया कि करीब 130 रूसी बसों को भारतीय छात्रों और अन्य विदेशी नागरिकों को निकालने के लिए तैयार है। रूस के नेशनल डिफेंस कंट्रोल सेंटर के चीफ कर्नल जनरल मिखाइल मिंजतेस्व ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सभी विदेशी नागरिकों को यूक्रेन के खारकीव और सुमी से रूस के बेलग्रोड इलाके में लाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर मंगलवार को चार केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, किरण रिजिजू, जनरल वीके सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया यूक्रेन के पड़ोसी देशों में पहुंचे हैं। ये मंत्री अलग-अलग देशों से भारतीय छात्रों की स्वदेश वापसी को सुनिश्चित कर रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार, शुक्रवार को 3500 और शनिवार को 39 सौ लोगों के भारत आने की संभावना है। भारत सरकार रूस के अलावा यूक्रेन के भी संपर्क में है। सरकार ने यूक्रेन के अधिकारियों से भारतीयों की सुरक्षित वापसी के लिए चर्चा की थी। रूस के तैयार होने के बाद अब यूक्रेन में फंसे भारतीय को निकालना आसान हो जाएगा।
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