आगरा। आगरा की पुलिस को आखिर हो क्या गया है। दूसरों को मारपीट के आरोप में पकड़ने वाली पुलिस खुद मारपीट पर उतर आई है। शाहगंज थाने के एक सिपाही ने इंस्पेक्टर पर आरोप लगाया है कि उन्होंने उसकी डंडे से पिटाई की इसमें उसके चोट लग गई है। सिपाही ने न्याय मांगने के लिए वीडियो वायरल किया है। सिपाही का यह भी आरोप है कि थाना प्रभारी जाति के आधार पर भेदभाव करते हैं। वीडियो वायरल होने के बाद विभाग में खलबली मच गई है।
कॉन्स्टेबल आनंद कुमार शाहगंज थाने में दो साल से तैनात हैं। कॉन्स्टेबल का कहना है कि दो दिन पहले मुझे दूसरे कांस्टेबल के स्थान पर ड्यूटी पर भेजा गया था। मैं ड्यूटी पर चला गया। दो दिन बाद जब मैं लौट कर आया तो इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार ने मुझे देखते हुए मुझे गाली और जाति सूचक शब्द देना शुरू कर दिए। कहा कि मैं तेरी शक्ल नहीं देखना चाहता हूं। इसके बाद उन्होंने डंडे से मुझे बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। यह भी कहा कि तू कहीं भी चला जा तेरी कोई सुनने वाला नहीं है। कांस्टेबल का आरोप है कि इंस्पेक्टर ने जो उसकी डंडे से पिटाई की है उससे उसके हाथ में चोट आई है। सिपाही का यह भी कहना है कि कोतवाल ने उसके साथ मारपीट की थी, उस समय कई कॉन्स्टेबल वहां मौजूद थे। कोतवाल पर उन्हें पीटते हुए वीडियो भी है उस वीडियो को सार्वजनिक किया जाए। मामले में डीसीपी सिटी विकास कुमार का कहना है कि उन्होंने एसीपी लोहामंडी गिरीश कुमार सिंह को मामले की जांच दी है और कहा है कि वह मामले में निष्पक्ष रिपोर्ट दें।