कासगंज। आज कासगंज के नदरई गेट स्थित कब्रिस्तान से हाईकोर्ट के आदेश पर 22 वर्षीय अल्ताफ का शव तीन महीने 6 दिन बाद कब्र से निकाला गया। इस दौरान पूरा कब्रिस्तान छावनी बना हुआ था। पुलिस कप्तान रोहन पी बोत्रे की मौजूदगी में शव निकालने की वीडियोग्राफी भी कराई गई।
यह बताने की जरूरत नहीं की 22 वर्षीय अल्ताफ की पुलिस कस्टडी में 9 नवंबर को मौत हो गई थी। पुलिस ने दावा किया था कि हवालात में 3 फुट ऊंचे प्लास्टिक के नल से उसने फांसी लगाकर आत्महत्या की है लेकिन अल्ताफ के पिता ने बेटे की हत्या करने की बात कही थी। इस पर पुलिस कप्तान ने पुलिस कर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया था।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अल्ताफ के पिता की याचिका पर संज्ञान लिया था। इलाहाबाद हाईकोर्ट में अल्ताफ के पिता ने कहा था कि वे अपने बेटे के हुए पोस्टमार्टम से संतुष्ट नहीं है। इसी याचिका पर हाईकोर्ट ने आदेश दिया था कि कासगंज के पुलिस कप्तान की मौजूदगी में वीडियोग्राफी कराकर शव निकाल कर एम्स दिल्ली भेजा जाए। जहां निदेशक के आदेश पर पोस्टमार्टम विधि विधान द्वारा कराया जा। इसके लिए हाईकोर्ट ने पुलिस को 10 दिन का समय दिया था, उसी क्रम में आज शव निकाल कर उसे सील करने की कार्रवाई की गई।