आगरा। सिकंदरा थाना पुलिस की करतूत की वजह से 24 घंटे तक डाक्टरों की हड़ताल चली। निजी अस्पतालों में गंभीर मरीजों को भी नहीं देखा गया। इस वजह से एसएन मेडिकल कॉलेज में मरीजों की लाइन लगी रही। डीसीपी सूरज राय ने भी चिकित्सकों से थाना पुलिस की करतूत की माफी मांगी। उनके यह कहने के बाद कि वह पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करेंगे, डाक्टरों की हड़ताल खत्म हुई है। इसके साथ ही यह भी कहा गया कि महिला के द्वारा भी चिकित्सक से लिखित में माफी मांगी जाएगी।
बता दें कि चिकित्सक डॉ. अविनाश सिंह की गाड़ी एक इंस्पेक्टर की पत्नी की गाड़ी से टकरा गई थी। उनका आरोप है कि इस बात पर पुलिस कर्मियों ने उन्हें थप्पड़ जड़ते हुए सिकंदरा थाने की हवालात में बंद कर दिया। उनके साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया गया। साथी चिकित्सकों के पहुंचने पर उन्हें हवालात से बाहर निकाला गया। आईएमए के द्वारा शुक्रवार 4:00 बजे से हड़ताल की घोषणा की गई थी। शुक्रवार शाम से दो हजार डॉक्टर हड़ताल पर हैं। प्राइवेट अस्पताल, क्लिनिक सहित पैथोलॉजी भी बंद हैं। डॉक्टरों के द्वारा इमरजेंसी पेशेंट भी नहीं देखे गए। ऐसे में एसएन मेडिकल कॉलेज में भीड़ बढ़ गई है। शंभू नगर के रहने वाले अटल सिंह ने बताया कि उनके चाचा गिर गए थे गिरने की वजह से उन्हें चोट लगी है। सुबह जब उन्हें लेकर प्राइवेट अस्पताल पहुंचे। वहां हड़ताल के कारण उन्हें उपचार नहीं मिला। इसके बाद वह उन्हें एसएन मेडिकल कॉलेज में लेकर पहुंचे। ऐसे कई मरीज हैं जिन्हें अस्पताल में उपचार नहीं मिला। डीसीपी सिटी सूरज राय के हस्तक्षेप से डॉक्टरों और प्रशासन के बीच सहमति बनी। आईएमए भवन में ढाई घंटे की बैठक चली, जिसमें फैसला हुआ कि डॉक्टर से अभद्रता करने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई होगी। जिस महिला पर डॉक्टर से अभद्रता करने का आरोप था, वह डीसीपी सिटी ऑफिस में लिखित माफीनामा देने को तैयार हो गई है। इसके बाद हड़ताल वापस लेने का फैसला लिया।