आगरा। अब तक चार पार्टी बदल चुके पूर्व विधायक धर्मपाल सिंह ने आज भाजपा का दामन थाम लिया है। आज उनके द्वारा पांचवी पार्टी में नए राजनीतिक सफर की शुरुआत की गई है। संभावना है कि भाजपा द्वारा उन्हें एत्मादपुर विधानसभा क्षेत्र की टिकट देकर चुनाव भी लड़ाया जा सकता है।
फिल्म अभिनेता राज बब्बर के साथ राजनीति का सफर शुरू करने वाले डॉ. धर्मपाल सिंह ने सबसे पहले राज बब्बर की जनमोर्चा पार्टी से ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा। चुनाव में उन्होंने जीत हासिल की। इसके बाद वह बसपा में शामिल हो गए। 2012 में उन्होंने एत्मादपुर विधानसभा क्षेत्र से बसपा से टिकट लेकर चुनाव लड़ा। इसमें उन्होंने जीत हासिल की। वर्ष 2017 में उन्होंने एक बार फिर से बसपा से टिकट लेकर एत्मादपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा। भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी की लहर में वह भाजपा प्रत्याशी रामप्रताप चौहान से हार गए। लोकसभा चुनाव में वह कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस की यूपी में पकड़ कमजोर देख कुछ महीने पहले वह समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। एत्मादपुर विधानसभा क्षेत्र से उन्हें समाजवादी पार्टी से प्रत्याशी के रूप में भी देखा जा रहा था। इधर उन्हें लगा कि इस बार भी यहां भाजपा का प्रत्याशी ही जीत हासिल करेगा। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता लेने और टिकट लेने के लिए जुट गए। आज उनके द्वारा भारतीय जनता पार्टी के दिल्ली स्थित कार्यालय पर प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, डिप्टी सीएम केशव मौर्य और दिनेश शर्मा के नेतृत्व में सदस्यता ले ली गई है। वह सुबह से ही अपने समर्थकों के साथ दिल्ली स्थित कार्यालय के बाहर पहुंच गए थे। भाजपा में शामिल होने के बाद एत्मादपुर विधानसभा क्षेत्र से भी उन्हें भाजपा के प्रत्याशी के रूप में भी देखा जा रहा है। डॉक्टर धर्मपाल सिंह को टिकट मिलने पर वर्तमान विधायक राम प्रताप सिंह चौहान की टिकट कटने की भी संभावनाएं बढ़ गई हैं। बताया जा रहा है कि राम प्रताप चौहान की रिपोर्ट अच्छी नहीं गई थी। इस वजह से उनका टिकट काटकर भाजपा धर्मपाल सिंह पर दांव खेल सकती है। धर्मपाल सिंह के भाजपा में शामिल होने के बाद रामप्रताप चौहान के समर्थकों में मायूसी छा गई है।