आगरा। पुलिस कमिश्नर के द्वारा इंग्लिश भाषा में डाले गए एक मैसेज को कई थाना प्रभारी पढ़ नहीं पाए। थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों से पढ़वाते तो पोल खुल जाती की यह तो नाम के कोतवाल हैं, इंग्लिश में जीरो हैं। इसलिए किसी ने यह बहाना बनाया उसका चश्मा घर रह गया है जरा इसे पढ़ कर बताना यह क्या लिखा है। किसी ने पढ़े लिखे पीड़ित का इंतजार किया तो किसी ने अपने बच्चों से इसका मतलब पूछा।
पुलिस कमिश्नर जे रविंदर गौड काफी एक्टिव आईपीएस माने जाते हैं। उनका पूरा ध्यान बेहतर पुलिसिंग की तरफ रहता है। वर्तमान में उनके द्वारा जो शिष्टाचार नीति लागू की गई है वह सुर्खियों में छाई हुई है। इसकी हर ओर प्रशंसा हो रही है। इधर पुलिस कमिश्नर थाना प्रभारियों को कुछ ना कुछ टास्क देते रहते हैं। सूत्रों के अनुसार पुलिस कमिश्नर के द्वारा ग्रुप पर एक इंग्लिश भाषा में मैसेज लिखा गया है। यह मैसेज काफी लंबा चौड़ा है। विशेष सूत्रों के अनुसार इस मैसेज में लिखा है-
शीत लहर एवं कोहरा छाया हुआ है। कृपया पिकेटों, सशस्त्र गार्डों, थाने की संतरी चौकियों पर हमारे बल के लिए उचित व्यवस्था सुनिश्चित करें और लॉकअप का भी ध्यान रखें।आग जलाने के उद्देश्य से लकड़ी के लट्ठों के लिए स्थानीय पंचायत और नगर निगम अधिकारियों से बात करें…मौसम गर्म होने तक जहां तक संभव हो लोगों को हवालात में रखने से बचें। सभी को सतर्क रहने की जरूरत है। प्रतिकूल मौसम की स्थिति के दौरान संपत्ति संबंधी अपराध, विशेषकर नकबजनी और चोरी हो सकती है…कृपया सतर्क रहें। इतना लंबा चौड़ा मैसेज कई के गले नहीं उतरा। हालांकि कुछ को थोड़ा बहुत समझ में आया। उदाहरण के तौर पर कोल्ड का मतलब और चंद शब्द का और। लेकिन वह भी यह नहीं समझ पाए कि साहब ने पूरी बात क्या लिखी है। कुछ ने अपने बच्चों से पढ़वाया और उन पर गर्व महसूस किया कि वह इंग्लिश जानते हैं। कुछ की पोल थाने में पुलिस कर्मियों के बीच खुल गई है कि साहब अंग्रेजी पढ़ना नहीं जानते हैं। वह इस बात पर चुटकी ले रहे हैं। आपस में बोल रहे हैं साहब तो अंग्रेजी में ठुल्ल हैं।