कोलकाता। पश्चिम बंगाल के बीरभूम में पिछले दिनों हुई हिंसा के मुद्दे पर आज कलकत्ता हाईकोर्ट का फैसला आ गया है। इससे राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस को करारा झटका लगा है। हाईकोर्ट ने साफ कहा है कि बीरभूम हिंसा की जांच कर रही बंगाल की पुलिस की एसआईटी कर्तव्यों के निर्वहन में पूरी तरह से फेल रही है। एसआईटी सही तरीके से इस हिंसा की जांच नहीं कर रही है। हाईकोर्ट ने आदेश दिया कि इस हिंसा की जांच सीबीआई को सौंपी जाए।
हाईकोर्ट के इस आदेश से तृणमूल कांग्रेस परेशान है। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिंसा की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था। लेकिन हाईकोर्ट ने एसआईटी पर ही अंगुली उठा दी है, जिससे उसकी निष्पक्ष जांच संदेह के दायरे में आ गई है। अब इस मामले की जांच सीबीआई करेगी और तब पता चलेगा कि वहां वास्तव में हुआ क्या था और इस हिंसा को अंजाम देने वाले असली गुनहगार कौन थे।
गौरतलब है कि कल देर शाम बीरभूम हिंसा में मारे गए लोगों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया था कि पहले इन सभी लोगों की जमकर पिटाई की गई थी और उसके बाद उन्हें घर में बंद कर उसमें आग लगा दी गई थी। इस घटना के बाद वहां से लोग पलायन कर रहे हैं।