ऋषि चौहान
एटा। गर्म लोहे पर चोट करने में प्रधानमंत्री मोदी माहिर माने जाते हैं। कर्नाटक में हिजाब मुद्दे का जवाब आज सहारनपुर के मुस्लिम बहुल इलाके में मोदी ने क्या खूब दिया है, उन्होंने कहा कि मुस्लिम बेटियों में उनकी बढ़ती लोकप्रियता से वोटों के दलालों के पेट में दर्द हो रहा था। इसीलिए उन्होंने कर्नाटक में हिजाब का मुद्दा उठाकर उन्हें गुमराह करने की कोशिश की है, लेकिन ऐसा नहीं होगा। क्योंकि वे मुस्लिम महिलाओं के साथ तलाक सहित तमाम मुद्दों पर अत्याचार नहीं होने देंगे। जाहिर है मोदी की नजर मुस्लिमों की आधी आबादी के वोटों पर है। 11 फरवरी को वे मुस्लिम बाहुल्य पटियाली और बरेली में चुनावी सभा करने इसीलिए आ रहे हैं क्योंकि उन्होंने अपनी रणनीति बदल दी है और वे सपा और उनके गठबंधन के वोट बैंक मुस्लिम के आधे मतों को अपनी तरफ खींचने की कोशिश में है।
प्रधानमंत्री मोदी की सभा को लेकर लोगों में भारी उत्साह है। 11 फरवरी को कल उनकी चुनावी सभा पटियाली अलीगंज मार्ग पर दरियागंज के निकट हीरा का नगला पर होगी। यह सभा स्थल पटियाली और अलीगंज के बॉर्डर पर है और गंगा के पार लगभग एक दर्जन विधानसभा क्षेत्र हैं जिन पर यह चुनावी सभा सीधा असर डालेगी। कल मोदी की सभा में पटियाली जिले के तीन विधानसभा क्षेत्रों के मतदाता जुड़ेंगे कासगंज और पटियाली एटा जिले की चार विधानसभा में से अलीगंज एटा और मारहरा विधानसभा क्षेत्रों के मतदाता पटियाली में आएंगे, जबकि एटा विधानसभा क्षेत्र के जलेसर सुरक्षित क्षेत्र के भाजपाई वर्चुअल सभा से जुड़ेंगे। जब कि गंगा पार के एक दर्जन विधानसभा क्षेत्रों के मतदाता मोदी को सीधे सुनेंगे।
पहले वे आज पटियाली आने वाले थे लेकिन बिजनौर में मौसम के चलते 7 फरवरी की जनसभा रद्द होने का लाभ उन्होंने आज मतदान के दिन जाटलैंड में सहारनपुर में चुनावी सभा करके क्या खूब उठाया है। मुस्लिम महिलाओं का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि उन पर अत्याचार अब कोई नहीं कर सकेगा उन्होंने यह भी संदेश दिया कि कर्नाटक के हिजाब मुद्दे को विपक्ष उनकी मुस्लिम महिलाओं में बढ़ती लोकप्रियता को गुमराह करने के लिए उठा रहा है।
एक समय था कि चुनावों में भीड़ जुटाने के लिए हेलीकॉप्टर का उपयोग किया जाता था लेकिन पटियाली में एसबीआर विद्यालय में जनसभा न करके नगला हीरा पर इसलिए की जा रही है क्योंकि वहां मोदी के 3 हेलीकॉप्टर और चौथा मुख्यमंत्री योगी का उतर सके। इस जनसभा में एक लाख से ज्यादा भीड़ जुटाने का लक्ष्य भाजपाइयों ने तय किया है।
पटियाली में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का हो चुका है विरोध
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी 1975 में इमरजेंसी के बाद हुए लोकसभा चुनाव में जनता लहर के बीच पटियाली आई थी, उस दौरान उनका भारी विरोध इमरजेंसी हुआ थ। इस बात को पटियाली के मतदाता आज भी याद करते हैं।