(गौरव प्रताप सिंह द्वारा)
आगरा। मैनपुरी के करहल विधानसभा क्षेत्र पर चुनाव रोचक होता नजर आ रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री और सपा के मुखिया अखिलेश यादव के खिलाफ यहां से भारतीय जनता पार्टी ने केंद्रीय कानून राज्यमंत्री प्रो. एस पी सिंह बघेल को प्रत्याशी बना दिया है।दोनों ने आज पर्चे भी दाखिल कर दिये।
सोमवार को अखिलेश यादव ने अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया है। पूर्व सीएम अखिलेश यादव के साथ नामांकन के दौरान वर्तमान विधायक सोबरन सिंह यादव भी थे। इधर भाजपा प्रत्याशी के रूप में केंद्रीय कानून राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल ने भी आज ही अपना नामांकन दाखिल कर दिया है।
बताया जा रहा है कि एसपी सिंह बघेल ओबीसी समाज के हैं। इसलिए उन्हें अखिलेश यादव के सामने उतारा गया है।
एसपी सिंह बघेल की बात करें तो वह औरैया के मूल निवासी हैं। वह पुलिस विभाग में सब इंस्पेक्टर के रूप में 1989 में तैनात भी रहे हैं। बघेल से प्रभावित होकर मुलायम सिंह यादव ने उनको जलेसर सीट से समाजवादी पार्टी का प्रत्याशी बनाकर वर्ष 1998 में पहली बार उतारा था। यहां उन्होंने चुनाव में जीत हासिल की ।इसके बाद वह दो बार सांसद चुने गए। वर्ष 2010 में बसपा ने उन्हें राज्यसभा सांसद बनाया 2014 में वे फिरोजाबाद लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल के पुत्र अक्षय यादव के सामने चुनाव लड़े, लेकिन चुनाव में उन्हें हार मिली। 2014 में मिली हार के बाद एसपी सिंह बघेल ने राज्यसभा से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें पिछड़ा मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया। इसके बाद वर्ष 2017 में वह टूंडला विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़कर विधायक बने। विधायक बनने के बाद उन्हें पशुपालन लघु सिंचाई विभाग का मंत्री बनाया गया। 2017 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें आगरा लोकसभा क्षेत्र से टिकट दिया। यहां से भी उन्होंने जीत हासिल की। पिछले मंत्रिमंडल विस्तार में उन्हें पहली बार केंद्रीय मंत्रिमंडल में कानून राज्य मंत्री के रूप में शामिल किया गया था।