तिरुवनंतपुर। केरल कांग्रेस ने पार्टी नेताओं के लिए रविवार को बैन जारी की है। यह चेतावनी कन्नूर में अगले महीने होने वाले मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के सेमिनार में शामिल न होने के लिए दी गई है। वहीं कांग्रेस सांसद शशि थरूर और पूर्व केंद्रीय मंत्री केवी थॉमस को सेमिनार में आमंत्रित किया गया है। सूत्रों की मानें तो दोनों नेता सेमिनार में शामिल हो सकते हैं। इधर सीपीएम ने कांग्रेस पर पलटवार किया है।
केरल में प्रदेश कांग्रेस कमिटी (केपीसीसी) के अध्यक्ष के सुधाकरन ने एक बार पार्टी नेताओं से अप्रैल में होने वाले सीपीआई-एम सेमिनार में भाग लेने से परहेज करने को कहा था। अब सुधाकरन ने कहा कि कन्नूर में होने जा रहे सीपीएम के राष्ट्रीय सम्मेलन की संगोष्ठी में भाग लेने वाले कांग्रेस के नेताओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यदि कोई इसका उल्लंघन करता है तो उन्हें पार्टी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। 23वीं पार्टी कांग्रेस छह अप्रैल से 10 अप्रैल तक कन्नूर के लाल किले में आयोजित की जाएगी। संगोष्ठी के बहाने सीपीएम का यह राष्ट्रीय सम्मेलन होगा। सीपीएम ने शशि थरूर और पूर्व केंद्रीय मंत्री के.वी. थॉमस को राष्ट्रीय राजनीति पर संगोष्ठी के लिए आमंत्रित किया है।
कांग्रेस पार्टी ने एक बयान जारी किया कि कांग्रेस के किसी भी नेता को माकपा की संगोष्ठी में भाग नहीं लेना चाहिए क्योंकि पार्टी पिनाराई विजयन के नेतृत्व वाली वाम सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण सीपीएम के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है। इस बीच शनिवार को थरूर ने कहा कि उनके लिए संगोष्ठी में भाग लेने के लिए कोई पार्टी प्रतिबंध नहीं है। के. सुधाकरन ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि अगर कोई सेमिनार में हिस्सा लेता है तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। सुधाकरन ने हालांकि कहा कि अगर सोनिया गांधी सेमिनार में हिस्सा लेने की इजाजत देती हैं तो थरूर ऐसा कर सकते हैं।