ऋषि चौहान
एटा। यूक्रेन के हाल ही में चल रहे रूस के हमले में एक छात्र के मारे जाने के बाद आगरा, एटा और कासगंज के एक दर्जन से ज्यादा परिवारों में जिनके बच्चे यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं, हड़कंप मचा हुआ है। यूक्रेन में फंसे छात्रों के परिवारीजन रात भर जाग कर अपने लाडलों की कुशल क्षेम के लिए बेहाल नजर आ रहे हैं। इस अंधेरे में उन्हें उम्मीद की किरण लग रही है तो मोदी का वह ऐलान जिसमें उन्होंने कहा है कि यूक्रेन में फंसे छात्रों को लाने के लिए एयर फोर्स की मदद की जाएगी। हालांकि मोदी सरकार ने ऑपरेशन गंगा के लिए अपने चार केंद्रीय मंत्रियों को लगा दिया है। फिर भी यूक्रेन में फंसे छात्रों के घरों में मातम छाया हुआ है।
एक गोली ने कर्नाटक के एक छात्र की जान ले ली है। कासगंज की गर्विता माहेश्वरी भी उन मेडिकल छात्रों में है जो यूक्रेन में फंसी हुई है उसने घरवालों को बताया है कि रह रह कर गोलियों की आवाजें और सायरन बजने के साथ ही वे बेसमेंट में चले जाते हैं, ताकि जान बचाई जा सके। अब तक सामान्य था लेकिन एक छात्र की मौत के बाद यूक्रेन में फंसे छात्रों के परिजनों की जान हलक में है।
एटा के मारहरा नगर पालिका के ईओ की बेटी गरिमा मिश्रा भी यूक्रेन में फंसी हुई हैं। उधर रूस की सेना ने आज शाम तक कीव को खाली करने का ऐलान किया है। इससे छात्र और छात्राओं के परिजनों में बेहद खौफ है। क्योंकि मुसीबत यह है कि यूक्रेन से फ्लाइट का रूट बंद है। ट्रेनों और बसों में तक पहुँचना भी मुश्किल है। ऐसे में समीपवर्ती देशों में जाना मुश्किल हो रहा है। बावजूद इसके यूक्रेन में फंसे छात्रों की उम्मीद भारत के प्रधानमंत्री मोदी पर टिकी हुई हैं।
इसी क्रम में एटा के फसे छात्रों के परिवारों का भी यही हाल है। वे अपने लाडलों के यूक्रेन से वापस लौटने की उम्मीद लगाए हुए हैं। वक्त बीतने के साथ ही छात्रों के परिजनों की धड़कन लगातार बढ़ रही हैं और नई-नई आशंकाएं उन्हें भी बेहाल कर रही है। इसलिए वे बार-बार कॉल करके अपने लाडलों का हाल जान रहे हैं। परिजनों का कहना है कि अगर उनके बच्चे घर आ गए तो उनकी नई जिंदगी होगी।
उधर रूस की सेनाओं के आदेश के साथ ही कीव को खाली किया जा रहा है, जिन्हें वाहन नहीं मिल रहे हैं वे पैदल ही अपने जरूरत का सामान लेकर सुदूर इलाकों की ओर निकल पड़े हैं।ठीक उसी तरह जैसे कोरोनावायरस लॉकडाउन के दौरान सुदूर इलाकों में फंसे मजदूर घरों को लौट रहे थे।