आगरा। तीन बार सांसद रह चुके प्रभु दयाल कठेरिया ने भारतीय जनता पार्टी में सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। टिकट के लिए सही लोगों का चयन नहीं होने पर वह नाराज हैं।
वर्ष 1991, 1996 और 1998 में फिरोजाबाद लोकसभा क्षेत्र से प्रभु दयाल कठेरिया सांसद का चुनाव जीते। प्रभु दयाल कठेरिया ने अपने बेटे अरुण कठेरिया के लिए आगरा ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से टिकट मांगा था, लेकिन पार्टी ने पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को टिकट दे दिया। यह देख वे काफी नाराज हैं। प्रभु दयाल कठेरिया का कहना है कि पार्टी ने उनके साथ अन्याय किया है। आगरा में दो सुरक्षित सीटें हैं। दोनों पर पार्टी ने एक ही जाति के व्यक्ति उतारे हैं। क्या एससी जाति में और जातियां आगरा में नहीं रहती हैं? प्रभु दयाल कठेरिया ने बताया कि उन्होंने भाजपा में सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। बेटे अरुण कांत कठेरिया ने सोमवार को आम आदमी पार्टी से टिकट लेकर आगरा ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से नामांकन दाखिल कर दिया है।