आगरा। तमिलनाडु के तंजावुर जिले के एक स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा ने जबरन धर्मांतरण के दबाव में आत्महत्या कर ली। उक्त मामले में छात्रा का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें छात्रा ने आरोप लगाया था कि स्कूल प्रशासन द्वारा उस पर जबरन ईसाई धर्म अपनाने का दबाव बनाया जा रहा था। जिसके विरोध में छात्रा ने विषाक्त पदार्थ खा लिया। 19 जनवरी को उसका निधन हो गया था।
मामले में जब तमिलनाडु सरकार ने कोई कार्यवाही नहीं की। एबीवीपी ने छात्रा को न्याय दिलाने का बीड़ा उठाया और पूरे देश भर में छात्रा को न्याय दिलाने के लिए आंदोलन एवं प्रदर्शन किए गए। 14 फरवरी को अभाविप की तमिलनाडु इकाई ने मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के आवास के बाहर प्रदर्शन किया, जिसमें अभाविप की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी मौजूद रहीं। प्रदर्शनकारी अभाविप के कार्यकर्ताओं पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया। राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी सहित 33 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर जेल भेजे गए।
एबीवीपी के ब्रज प्रांत के कार्यकर्ताओं ने आगरा कैंट रेलवे स्टेशन पर निधि त्रिपाठी का आज जोशीला स्वागत किया। निधि त्रिपाठी ने कहा तमिलनाडु सरकार ने बर्बरता की हदों को पार कर दिया है। सरकार सच को दबाने का हर संभव प्रयास कर रही है। परंतु लावण्या की लड़ाई के लिए हम अभाविप कार्यकर्ता पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।यह लड़ाई एक छात्रा की नहीं है। देश भर में हर स्थान पर हो रहे छात्र-छात्राओं की है। निधि त्रिपाठी के स्वागत के दौरान प्रांत संगठन मंत्री जयकरन, प्रान्त अध्यक्ष डॉ. अमित अग्रवाल, डॉ. सिमरन उपाध्याय, नितिन महेश्वरी, दिव्य भारद्वाज, आकाश, विवेक जादौन, प्रियंका तिवारी, रमन शर्मा, कुणाल दिवाकर, शुभम कश्यप, चंद्रजीत यादव, प्रशांत यादव, मनमोहन सिंह, कर्मवीर बघेल आदि उपस्थित रहे।