आगरा। डॉ भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय में नकल में पकड़े गए एमबीबीएस के तीन छात्रों पर एफआईआर नहीं होने को लेकर आज एनएसयूआई पदाधिकारियों ने जमकर हंगामा किया। कुलपति ने आश्वासन दिया है कि आज शाम तक f.i.r. हो जाएगी। सवाल यह भी खड़े हो रहे हैं कि विश्वविद्यालय प्रशासन पहले ही f.i.r. करा देता तो हंगामे की नौबत नहीं आती। अपनी फजीहत कराने के बाद में वह एफआईआर कराने के लिए मजबूर हुआ है।
शनिवार को आईईटी में तीन छात्र ब्लू टूथ डिवाइस से नकल करते हुए पकड़े गए थे। इनकी बनियान में डिवाइस लगी हुई थी। नकल में पकड़े जाने के बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा उनके खिलाफ एफआईआर नहीं कराई गई, उससे चर्चाओं का दौर शुरू हो गया कि कॉलेज संचालक से विश्वविद्यालय प्रशासन की डील हो गई है।
शासन के पूर्व अध्यक्ष गौरव शर्मा, एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष सतीश सिकरवार, प्रदेश महासचिव अंकुश गौतम, अपूर्व शर्मा आदि के नेतृत्व में कई पदाधिकारी और छात्र कुलपति सचिवालय पर हंगामा करने पहुंच गए। ‘बंद कमरे की गेटिंग सेटिंग नहीं चलेगी’ के जमकर नारे लगाए। हंगामा बढ़ता देख कुलपति ने उन्हें अंदर बुला लिया। पदाधिकारियों ने कहा कि एमबीबीएस में नकल में पकड़े गए छात्रों पर विश्वविद्यालय प्रशासन एफआईआर क्यों नहीं करा रहा है? क्या उसकी कॉलेज संचालक से सेटिंग हो गई है? वहीं परीक्षा केंद्र पर अच्छे तरीके से चेकिंग क्यों नहीं की जाती है। 3 साल से नकल का एक ही तरीका देखने को मिल रहा है।
कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक ने कहा कि आज शाम तक एफआईआर हो जाएगी। इसके अलावा आगे से होने वाली परीक्षाओं में सख्ती रखी जाएगी। पदाधिकारियों ने यह भी मांग की कि गृह विज्ञान संस्थान में टॉयलेट के निर्माण के साथ विश्वविद्यालय में छात्रों के लिए हॉस्टल का निर्माण कराया जाए। इसके अलावा छात्रों को आरटीआई से कॉपी उपलब्ध कराई जाएं।