आगरा। डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में आज से दीक्षांत समारोह की तैयारियां शुरू हो गई हैं। सुबह कुलपति ने ज़ूम प्लेटफार्म पर एक बैठक कर संबंधित अधिकारियों को दीक्षांत समारोह में छात्रों को वितरित की जाने वाली उपाधि से संबंधित जानकारी दी।
कुलपति ने बताया कि 29 मार्च को आयोजित किए जाने वाले इस दीक्षांत समारोह में शैक्षिक सत्र 2020-21 के स्नातक स्तर के 88930, स्नातकोत्तर स्तर के 12655, व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के 17769 और विश्वविद्यालय की सेमेस्टर परीक्षाएं उत्तीर्ण करने वाले 3756 विद्यार्थियों सहित कुल मिलाकर 1,23,110 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की जाएंगी।
कुलपति ने बताया कि इस बार वन व्यू ( ONE VIEW ) नाम का एक सॉफ्टवेयर तैयार कराया जा रहा है, जिसमें अभी प्रारंभिक रूप से 2020-21 के विद्यार्थियों की उपाधियां और अंक तालिकाएँ ऑनलाइन उपलब्ध होंगी। विद्यार्थी अपना नाम, कक्षा, वर्ष और महाविद्यालय का नाम डालकर ऑनलाइन ही अपनी उपाधि और अंकतालिका का प्रिंट निकाल सकता है।
बैठक में कुलपति ने यह भी कहा कि सत्र 2020-21 की उपाधियां और अंक तालिकाएँ यथाशीघ्र डिजी लॉकर में अपलोड करा दी जाएंगी। इस काम के लिए प्रोफेसर मनु प्रताप सिंह और प्रोफेसर वीके सारस्वत को प्रभारी बनाया गया है। इस बार दीक्षांत समारोह आईईटी के सामने स्थित सभागार “छत्रपति शिवाजी मंडप” में कराए जाने की योजना है। इस सभागार में 1350 लोगों के बैठने की व्यवस्था है।
इस बार विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार दीक्षांत समारोह वाले दिन शाम को एक कार्यक्रम आयोजित कर आवासीय इकाई के सत्र 2020-21 के सभी विद्यार्थियों को ( पदक धारकों के अलावा ) उनकी उपाधियां और अंकतालिकाएँ वितरित की जाएंगी।
जिन शोधार्थियों की पीएचडी और डीलिट की मौखिकी 20 मार्च तक संपन्न हो जाएगी, उन्हें दीक्षांत समारोह में उपाधियां प्रदान की जाएंगी।
कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय पहली बार अपने विद्यार्थियों को एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराने जा रहा है, यह व्यवस्था लागू हो जाने से किसी भी विद्यार्थी को अपनी नौकरी लगने के बाद अपनी उपाधि और अंक तालिका के सत्यापन के लिए विश्वविद्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
बैठक में प्रति कुलपति प्रोफेसर अजय तनेजा, डीन अकादमिक प्रोफेसर संजीव कुमार, डीन फैकल्टी प्रोफेसर उमेश चंद्र शर्मा, प्रोफेसर विनीता सिंह , प्रोफेसर प्रदीप श्रीधर, आइक्यूएसी निदेशक प्रोफेसर वीके सारस्वत, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर मोहम्मद अरशद , प्रोफेसर लवकुश मिश्रा आदि शामिल रहे।