आगरा। हत्या और दरोगा को छत से फेंकने के मामले में फरार चल रहा आरोपी एत्माद्दौला थाना पुलिस ने पकड़ लिया है। पुलिस ने उसके भाई को भी पकड़ा है। वह भी दो मुकदमों में वांछित चल रहा था।
राकेश नगर निवासी धर्मवीर रविवार रात को कुछ सामान लेने के लिए घर से बाहर निकला था। बाहर उसका रंजीत, देवीशरण और महेंद्र से झगड़ा हो गया। इन लोगों से उसकी पुरानी रंजिश भी चल रही थी। आरोपियों ने धर्मवीर की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी। सोमवार देर रात देवी शरण और रंजीत मोटरसाइकिल पर बैठकर कहीं जा रहे थे। पुलिस को दोनों की लोकेशन मिल गई। पुलिस ने दोनों को पकड़ने के लिए चेकिंग शुरू कर दी। पुलिस को देख दोनों हत्यारोपियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में देवी शरण के पैर में गोली लग गई और वह घायल होकर जमीन पर गिर पड़ा। रंजीत मौके से भागने में सफल रहा। गुरुवार को इंस्पेक्टर सत्यदेव शर्मा को सूचना मिली कि रंजीत अंबेडकर पार्क के पास खड़ा हुआ है, उन्होंने मौके पर पहुंचकर उसे पकड़ लिया। रंजीत ने दरोगा नफीस को भी एक बार छत से फेंक दिया था। वह लंबे समय से पुलिस के हाथ नहीं आ रहा था। दो मुकदमों में वांछित होने के बाद वह सुर्खियों में आया और पुलिस ने उसे पकड़ने में तत्परता दिखाई। पुलिस ने रंजीत के भाई राजेश सिंह को भी पकड़ा है। वह भी दरोगा को छत से फेंकने में शामिल रहा था।