-गौरव प्रताप सिंह-
आगरा। डॉ. भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय में फिजूल में करोड़ों रुपए के निर्माण कार्य करा दिए गए हैं। इसके अलावा आगामी समय में और भी निर्माण कार्य कराए जाने की योजना बनाई जा रही है। यह देख कर्मचारी संघ आक्रोशित है। कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अखिलेश चौधरी ने वित्त अधिकारी के कार्यकाल में अब तक हुए भुगतान की जानकारी सहित कई बिंदुओं पर जानकारी मांगी है।
बता दें कि पूर्व में कुलपति डॉ. अरविंद कुमार दीक्षित फिजूल में करोड़ों रुपए के निर्माण कार्य करा गए, जिस जमीन का विश्वविद्यालय भूस्वामी नहीं है। एडीए से नक्शा भी पास नहीं है। फिर भी जमीन पर उन्होंने 40 करोड़ की बिल्डिंग खड़ी करी दी। विशेष सचिव ने बिल्डिंग का भूस्वामी नहीं बनने तक उसका उद्घाटन करने के लिए मना किया था। फिर भी वर्तमान कुलपति ने अपने रिस्क पर उद्घाटन कर दिया है।
इधर वर्तमान कुलपति भी सुलतानगंज की पुलिया और गोपालगंज में करोड़ों रुपए के निर्माण कार्य कराने की योजना बना रहे हैं। यह देख कर्मचारी संघ आक्रोशित है। कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अखिलेश चौधरी का कहना है कि निर्माण कार्यों के भुगतान में वित्त अधिकारी भी मिले हुए हैं। इनके कार्यकाल में करोड़ों रुपए के भुगतान हुए हैं।
कर्मचारी संघ के अध्यक्ष ने वित्त अधिकारी को लिखे पत्र में कहा है कि विश्वविद्यालय में आय के स्रोत कम हो रहे हैं, उसी प्रकार भविष्य में विश्वविद्यालय कर्मचारियों के सम्मुख एक विकट संकट खड़ा हो सकता है। अध्यक्ष ने वित्त अधिकारी एके सिंह के कार्यकाल में हुए भुगतान का विवरण मांगा है। इसके अलावा अधिकारियों के लिए जो प्राइवेट वाहन प्रयोग किए जा रहे हैं, उन पर प्रत्येक माह कितना धन व्यय किया जा रहा। आउटसोर्सिंग कंपनी पर कितना धन व्यय किया गया यह जानकारी उन्होंने उनसे मांगी है। कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अखिलेश चौधरी का कहना है कि अब वह विश्वविद्यालय के अधिकारियों को यहां से धन नहीं लूटने देंगे। कर्मचारी नेता डॉ. आनंद टाइटलर का कहना है कि फिजूल में हुए निर्माण कार्यों की जांच होनी चाहिए। जब तक एक-दो अधिकारी जेल नहीं चले जाएंगे यहां सुधार नहीं होगा।